झारखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव विनोद कुशवाहा के परम मित्र, मोइन उद्दीन, का एक दुखद सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है। इस घटना ने न केवल उनके परिवार को शोक में डाल दिया है, बल्कि उनके आर्थिक स्थिति को भी गहरे संकट में डाल दिया है। विनोद कुशवाहा ने इस दुखद घटना के पश्चात, हजारीबाग के माननीय उपायुक्त महोदय से मृतक के परिवार के लिए राहत की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मृतक के परिवार को एक सरकारी नौकरी और 20 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए, ताकि उनके बच्चे भुखमरी के कगार पर न पहुंचें।
व्यक्तिगत और सामाजिक नुकसान
विनोद कुशवाहा ने मोइन उद्दीन के निधन को अपनी व्यक्तिगत अपूरणीय क्षति बताया है। उन्होंने कहा, “मोइन उद्दीन के निधन से मेरी व्यक्तिगत अपूरणीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई कई वर्षों तक नहीं हो पाएगी।” मोइन उद्दीन, जो बाबूगांव निवासी थे, लगभग 50 वर्ष के थे और पेशे से सेट्रिंग का कार्य करते थे।
दुर्घटना का विवरण
यह दुखद घटना हजारीबाग के कोर्रा थाना क्षेत्र के ओरिया ओवरब्रिज पर सुबह करीब 8:15 बजे घटित हुई। एक तेज गति से आ रहे कंटेनर ने मोइन उद्दीन को चपेट में ले लिया और मौके से फरार हो गया। घटनास्थल पर ही मोइन उद्दीन की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिन्होंने शव को कब्जे में लेकर हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ।
परिवार की स्थिति और मांग
विनोद कुशवाहा ने मुख्यमंत्री से मृतक के परिजनों के लिए मुआवजा राशि और नौकरी की मांग की है। उन्होंने कहा कि मृतक के चले जाने से उनका परिवार आर्थिक संकट का सामना कर सकता है, क्योंकि उनके घर में पत्नी और एक 14 वर्षीय बेटी हैं और अब कोई कमाने वाला नहीं रहा।
सामाजिक सहयोग और संवेदना
विनोद कुशवाहा ने मृतक के आवास पर जाकर उनके परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उनके साथ प्रमोद सिंह, अनिल मेहता, रामकुमार सिंह, विनय वर्मा, गुड्डू, जमाल, नसीम अंसारी, दिनेश कुशवाहा सहित कई अन्य लोग भी शामिल थे जिन्होंने परिवार को सांत्वना दी और सहायता का भरोसा दिलाया।
भविष्य की अपेक्षाएं
इस घटना ने न केवल एक परिवार को शोक में डाला है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दा भी बन गया है। इस घटना के पश्चात, यह अपेक्षा की जा रही है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन मृतक के परिवार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाएंगे। फरार कंटेनर गाड़ी की पहचान अविलंब करेगें। विनोद कुशवाहा ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने की मांग की है ताकि मृतक के परिवार को राहत मिल सके और वे अपने जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सकें।