नई दिल्ली: इंटरनेशनल सोलर अलायंस (ISA) अपनी प्रमुख पहलें—सीईओ कॉकस और इंटरनेशनल सोलर फेस्टिवल (ISF)—का अगला संस्करण वर्ल्ड एक्सपो 2025, ओसाका, जापान में 3-4 जुलाई को आयोजित करेगा। इन आयोजनों में दुनिया भर के नीति निर्माताओं, नवप्रवर्तकों, युवाओं और समुदायों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। वर्ल्ड एक्सपो 2025 का आयोजन 13 अप्रैल से 13 अक्टूबर तक जापान में हो रहा है। इसका मुख्य विषय है: “हमारे जीवन के लिए भविष्य के समाज का निर्माण”।
आईएसए की यह पहलें, जो 2024 में शुरू हुई थीं, सौर ऊर्जा नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत वैश्विक मंच बन गई हैं। इस अवसर पर आईएसए के महानिदेशक श्री आशीष खन्ना ने कहा, “सीईओ कॉकस और इंटरनेशनल सोलर फेस्टिवल केवल आयोजन नहीं, बल्कि एक वैश्विक आंदोलन हैं। भारत ने अप्रैल 2025 तक 224 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता (जिसमें 108 गीगावाट सौर ऊर्जा है) प्राप्त कर उदाहरण प्रस्तुत किया है। अब समय है कि भारत, जापान और आईएसए के 124 सदस्य देश मिलकर सौर ऊर्जा को रोज़गार और विकास से जोड़ें।”
सीईओ कॉकस का 2025 संस्करण “फोर्जिंग द फ्यूचर ऑफ सोलर: इंडिया-जापान इनोवेशंस फॉर ए सस्टेनेबल एशिया” थीम पर आधारित होगा। इसमें बैटरी स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन और सोलर मैन्युफैक्चरिंग पर भारत-जापान सहयोग पर चर्चा की जाएगी। यह आयोजन भारत के 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को समर्थन देगा।
इंटरनेशनल सोलर फेस्टिवल में युवाओं और उद्यमियों की प्रेरणादायक कहानियों को प्रस्तुत किया जाएगा। प्रमुख कार्यक्रमों में ‘यंग एंड लिमिटलेस’ नामक सत्र होगा, जिसमें युवा नवप्रवर्तक सौर ऊर्जा के भविष्य की कल्पना करेंगे। साथ ही ‘दास्तान-ए-आफ़ताब’ नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से साझा सौर विरासत का उत्सव मनाया जाएगा।
इन पहलों को अब वार्षिक वैश्विक आयोजन के रूप में स्थापित किया जा रहा है, जिनमें नीति संवाद, निवेश जुटाना और सौर ऊर्जा के प्रचार पर जोर होगा। श्री खन्ना ने कहा, “ये सिर्फ आयोजन नहीं, आंदोलन हैं—जो नेतृत्व, नवाचार और युवाओं की भागीदारी से स्वच्छ ऊर्जा के भविष्य को आकार दे रहे हैं। हम सभी हितधारकों को ओसाका में इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।”