बॉलीवुड और हॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुकीं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता और बिहार की बेटी, नीतू चंद्रा, अब अपने गृह राज्य के किसानों के उत्थान के लिए एक नई पहल के साथ जुड़ी हैं। उन्होंने बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती स्थित स्टार्टअप ‘एग्रीफीडर एग्रीकल्चरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ में सह-संस्थापक के रूप में निवेश किया है। इस कदम का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को सशक्त बनाना और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
‘एग्रीफीडर’ का उद्देश्य और कार्यक्षेत्र
‘एग्रीफीडर’ की स्थापना रमन कुमार, रौनक कुमार और प्रिया पांडेय ने की थी। इस स्टार्टअप का लक्ष्य छोटे किसानों को बाजार से जोड़कर उनकी आय बढ़ाना है। वर्तमान में, यह 5,000 से अधिक किसानों के साथ कार्य कर रहा है, जिनमें 1,000 से अधिक महिला किसान भी शामिल हैं। यह पहल किसानों को स्वदेशी खाद्य उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है।
बिहार के पारंपरिक कृषि उत्पादों को देशभर में पहचान
पटना की मूल निवासी नीतू चंद्रा हमेशा अपनी जड़ों से गहराई से जुड़ी रही हैं। उन्होंने ‘एग्रीफीडर’ से जुड़ने का फैसला बिहार के कृषि समुदाय को बाजार तक सीधी पहुंच दिलाने और उनके उत्पादों की उचित कीमत सुनिश्चित करने के लिए लिया। इस पहल के तहत, बिहार के प्रसिद्ध सत्तू, कतरनी चावल और जर्दालू आम जैसे कृषि उत्पादों को देशभर में पहुंचाया जाएगा। इससे न केवल बिहार की कृषि उत्पादों को नई पहचान मिलेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
किसानों के लिए उन्नत सुविधाएं और प्रशिक्षण
‘एग्रीफीडर’ किसानों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान करता है। इस पहल के तहत:
✔️ किसानों को उन्नत तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
✔️ उच्च गुणवत्ता के बीज और जैविक उर्वरक उपलब्ध कराए जाएंगे।
✔️ पूर्व-फसल विपणन और पश्चात-फसल प्रबंधन की सुविधा दी जाएगी।
✔️ बिचौलियों को हटाकर किसानों को अधिक लाभ दिलाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
इस स्टार्टअप का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में अपने उत्पादों को 1 मिलियन (10 लाख) से अधिक ग्राहकों तक पहुंचाना है, जिससे बिहार के किसानों को वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।
नीतू चंद्रा और ‘एग्रीफीडर’ के संस्थापकों की प्रतिक्रियाएं
‘एग्रीफीडर’ के संस्थापक रमन कुमार ने कहा,
“हम नीतू चंद्रा के इस पहल से जुड़ने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। उनकी भागीदारी से ब्रांड की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान बढ़ेगी, जिससे बिहार के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।”
सह-संस्थापक बनने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए नीतू चंद्रा ने कहा,
“मैं बिहार के किसानों, विशेष रूप से महिला किसानों को बाजारों तक पहुंचाने और उनके कठिन परिश्रम का उचित मुआवजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। ‘एग्रीफीडर’ के बिजनेस मॉडल के जरिए किसान बिचौलियों से मुक्त होकर अपने उत्पादों की सही कीमत प्राप्त कर सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा,
“1000 से अधिक महिला किसानों का ‘एग्रीफीडर’ नेटवर्क का हिस्सा बनना इस पहल की लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह सिर्फ एक स्टार्टअप नहीं, बल्कि बिहार के कृषि क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है।”
‘एग्रीफीडर’ के भविष्य की योजना
2017 में स्थापित ‘एग्रीफीडर एग्रीकल्चरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड’ अब तक 50,000 से अधिक किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ चुका है। यह स्टार्टअप किसानों को बेहतर बीज, जैविक उर्वरक, उन्नत प्रशिक्षण और मार्केटिंग सपोर्ट प्रदान करता है। इसके प्रमुख उत्पादों में लेमनग्रास चाय, सत्तू, शहद, गुड़ और कतरनी चावल शामिल हैं।
नीतू चंद्रा का यह प्रयास बिहार के कृषि क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।