10 साल के बाद करेंगे छठ महापर्व का आगाज
हजारीबाग – हजारीबाग के बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के केरेडारी प्रखंड के बेंगवरी गांव के भाजपा कार्यकर्ता सह युवा अधिवक्ता इंद्र कुमार पंडित का सपना आखिरकार 10 साल बाद साकार हुआ। जब मनीष जायसवाल हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से सांसद बने, तो इंद्र कुमार पंडित ने 2015 में अपनी मां के निधन के बाद लिया संकल्प पूरा करने की तैयारी की। उन्होंने निर्जला छठ व्रत कर भगवान भास्कर को दूध का अर्ध्य देकर लोक कल्याण के लिए छठ व्रत करने का प्रण लिया था।
भाजपा में संघर्ष और बगावत की कहानी
2014 में मनीष जायसवाल के भाजपा उम्मीदवार घोषित होते ही इंद्र कुमार पंडित ने उनके समर्थन में काम करना शुरू किया। लेकिन पार्टी के अंदर उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यशवंत सिन्हा और जयंत सिन्हा के इशारे पर उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। बावजूद इसके, उन्होंने बगावत की राह नहीं छोड़ी और अपनी आवाज बुलंद करते रहे।
सोशल मीडिया पर सक्रियता
इंद्र कुमार पंडित सोशल मीडिया और अखबारों के जरिए लगातार पार्टी के अंदर और बाहर अपने विचार प्रकट करते रहे। पार्टी में विभिन्न दायित्वों को निभाते हुए उन्होंने अपने सपने को हमेशा जीवित रखा। उनकी सक्रियता और समर्पण ने उन्हें पार्टी और समाज में एक महत्वपूर्ण पहचान दिलाई।
मनीष जायसवाल की जीत और पंडित का संकल्प
मनीष जायसवाल के सांसद चुने जाने के बाद, इंद्र कुमार पंडित का सपना साकार हुआ। उन्होंने छठ व्रत करने का अपना संकल्प दोहराया और कहा कि इस बार छठ महापर्व बड़े ही आस्था और श्रद्धा भाव से मनाया जाएगा। इस अवसर पर स्वयं सांसद मनीष जायसवाल की उपस्थिति भी दर्ज की जाएगी।
2024 चुनाव में अहम भूमिका
2024 के लोकसभा चुनाव में इंद्र कुमार पंडित ने मनीष जायसवाल के पक्ष में जोरदार प्रचार किया। उनकी सक्रियता और कटाक्ष ने कांग्रेस प्रत्याशी जेपी पटेल और यशवंत सिन्हा को चुनौती दी। चुनाव परिणाम के बाद, इंद्र कुमार पंडित के बूथ पर शानदार जीत दर्ज की गई।
अंत में
इंद्र कुमार पंडित ने कहा कि यह जीत स्थानीय जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं की प्रचंड जीत है। 10 साल के लंबे संघर्ष के बाद उनका सपना साकार हुआ है, और अब वह छठ व्रत बड़े धूमधाम से मनाएंगे।