पटना, जुलाई 2025: मानवता, प्रेम और सामाजिक बदलाव की थीम पर आधारित लेखक अभिनव पराशर की पहली फिल्म ‘जिहादी: एक प्रेम कथा’ अब सिनेमाई रूप ले रही है। यह फिल्म उसी नाम की उनकी अमेजन-प्रकाशित पुस्तक पर आधारित है, जिसमें एक मुस्लिम युवक की आत्मिक यात्रा को दिखाया गया है—एक ऐसा सफर जिसमें प्रेम, संघर्ष और समाज में सकारात्मक परिवर्तन की ललक है।
कहानी के केंद्र में है बदलाव और प्रेम का पैग़ाम
फिल्म की कहानी न केवल एक प्रेम कथा है, बल्कि यह सामाजिक धारणाओं को चुनौती देने और धर्म की आड़ में फैली नफरत के विरुद्ध एक शांति-संदेश भी है। लेखक अभिनव पराशर की मूल रचना को जीवंत करने का कार्य किया है निर्देशक संजीव कुमार ने, जो कई चर्चित धारावाहिकों का निर्देशन कर चुके हैं।
सशक्त टीम के साथ हो रहा है निर्माण
-
पटकथा और संवाद: एस.के. चौहान
-
निर्देशन: संजीव कुमार
-
निर्माता: भार्गवी
-
सह-निर्देशक: विकास कुमार
-
प्रस्तुति: पराशर एंटरटेनमेंट और जय माता दी पिक्चर्स
कलाकारों की दमदार प्रस्तुति
-
मुख्य भूमिका: मनु कृष्णा (जिहादी के किरदार में)
-
नायिका: अपर्णा मलिक – एक भावनात्मक स्तंभ के रूप में
-
विलेन: गिरीश शर्मा – एक प्रभावशाली खलनायक के रूप में
इन किरदारों के माध्यम से फिल्म दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी कि ‘जिहाद’ केवल नफरत नहीं, आत्म-संशोधन और प्रेम का मार्ग भी हो सकता है।
निर्देशक का दृष्टिकोण – ‘जिहादी’ एक नई परिभाषा
निर्देशक संजीव कुमार के अनुसार,
“‘जिहादी’ शब्द को अक्सर नकारात्मक रूप में देखा जाता है, लेकिन हमारी फिल्म इसे प्रेम, आत्मचिंतन और सामाजिक समरसता से जोड़ती है। यह फिल्म सभी धर्मों को एक सूत्र में बांधने की कोशिश है।“
संगीत से सजी संवेदनाओं की दुनिया
-
संगीतकार: शिशिर पांडेय
-
गीतकार: बिनय बिहारी, नवाब आरजू, पप्पू जी, भार्गवी, सुमीत चंद्रवंशी
-
गायक: जतिंदर सिंह, प्रियंका सिंह, खुशबू जैन, पामिला जैन, इंदु सोनाली, सुगम कुमार
संगीत इस फिल्म की आत्मा को स्वर देता है, जिससे दर्शक न केवल सुनेंगे बल्कि महसूस करेंगे।
जल्द आएगी सिनेमाघरों में – एक अपील दर्शकों से
फिल्म का PR मैनेजमेंट रंजन सिन्हा द्वारा संभाला जा रहा है।
यह फिल्म शीघ्र ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी। निर्माता और निर्देशक ने दर्शकों से अनुरोध किया है कि वे इस अनूठी, प्रेम और समझदारी से भरी फिल्म को ज़रूर देखें, जो आज के समय में बेहद प्रासंगिक संदेश देती है।
“जिहादी: एक प्रेम कथा” — एक ऐसी फिल्म जो बदल सकती है सोच, और जोड़ सकती है दिल।