- प्रखंड में दर्जनो सड़कों को काट कर किया बर्बाद,आवागमन में हो रही है परेशानी
- पी एच डी के लापरवाही और संवेदक की शिथिलता हो रहा है उजागर
कान्हाचट्टी :- कान्हाचट्टी प्रखंड में पेयजलापूर्ति योजना के तहत करोड़ो रुपये की लागत से काम तो हो रहा है,लेकिन जो योजना से आम आवाम को जिस अवधि से पानी मिलना था उस अवधि में संवेदक की लापरवाही और वी विभाग के शिथिलता के कारण कार्य पूर्ण नहीं हो रहा है।और धीरे धीरे काम भी कर रहा है तो जहां सड़क बना हुआ है उसमे पाईप डालने के लिए कई जगह सड़क को छती कर दे रहा है लेकिन उसे पुनः संवेदक बनाता नहीं है।जिसके कारण आम आवाम को आवागमन में बाधा उतपन्न हो जा रहा है।राजपुर गांव के प्रमोद सिन्हा के घर से दिनेश्वर दांगी के घर तक सड़क बना हुआ था,जिसमे पानी वाला पाईप डालने के लिए पूरा का पूरा सड़क ही उखाड़ दिया । सड़क को उखाड़े पांच छः माह भी बित गए लेकिन संवेदक की लापरवाही का भुक्तभोगी आम ग्रामीण हो रहे हैं।इस सड़क में ईंट सोलिंग था जिसे उखाड़ा गया लेकिन आज तक पुनः उस सड़क को संवेदक ने नही। बनाया।दूसरी तरफ राजाचक में स्कुल के समीप सड़क को बीचो बीच पाईप डालने के लिए सड़क को कोड दिया गया।
आरुगड़ा में भी पिच सड़क को बीच से ही काटा लेकिन पुनः बनाया नहीं,इस तरह से प्रखंड के दर्जनो जगहों पर सड़क को कहीं पी सी सी पथ तो कहीं आर ई ओ या जिला परिषद के द्वारा बनाए गए सड़क को कोड कर छोड़ दे रहा है।जब ग्रामीण इसका विरोध भी करते हैं तो संवेदक के लोग जो काम करा रहे होते हैं वे लोग मुंसी या पेटिकन्टेक्टर कहते है बना देंगे लेकिन वह उखाड़ा गया सड़क नहीं बनता है।जब प्राप्त जानकारी के अनुशार जिस सड़क को जिस स्थान पर कोडना है तो पाईप डालने के बाद सड़क की मरम्मती भी संवेदक को करा देना है।लेकिन कान्हाचट्टी प्रखंड में पेयजलापूर्ति योजना के संवेदक ऐसा नहीं करते हैं।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से संवेदक द्वारा कोड़े गए सड़क को बनवाने की मांग किये हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी:-पी एच डी विभाग के कनीय अभियंता कमल महतो कहते हैं कि पेयजलापूर्ति योजना के तहत कार्य कराने के दौरान कहीं सड़क टूट गया हो सड़क खराब हो गया हो तो उसे संवेदक काम करेगा।राजपुर में सड़क को उखाड़ने का मामला आया है जितना रॉड को संवेदक कार्य करने के दौरान उखाड़ रहा है उसे संवेदक से ही बनवाया जकेगा।