बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत सिकरी पंचायत में गुरुवार की रात्रि लगभग 3:00 बजे जंगल से भटका हुआ एक कोटरा सिकरी गांव पहुंच गया। गांव में भटकने के कोटरा उच्च विद्यालय सिकरी के समीप सड़क किनारे अजगैबुल मियां के घर के सामने कुआं में गिर गया।
सुबह उठा तो लोगों ने कुएं में हलचल सी आवाज सुनी , देखा कि एक हिरण प्रजाति का कोटरा कुएं में डूबा हुआ है । इस बात की जानकारी पूर्व मुखिया प्रतिनिधि कृष्णा सिंह को दी गई। कृष्णा सिंह ने तत्काल वन विभाग के वनपाल अजय कुमार यादव को इसकी सूचना दी । सूचना प्राप्त होते हीं वन विभाग की टीम सिकरी गांव पहुंची। और ग्रामीणों के सहयोग से कोटरा को काफी मशक्कत बाद बाहर निकाला गया। तत्पश्चात वन विभाग की टीम ने अपने कब्जे में लेकर कोटरा को हजारीबाग नेशनल पार्क छोड़ आई। बताया जाता है कि महुदी पहाड़ में महुआ चुनने के दौरान ग्रामीणों द्वारा आग लगा दी जा रही है जिसके कारण जंगली जानवर इधर-उधर भटक जा रहे हैं। जिसमें कई जानवर गांव घुस जा रहे हैं।
पश्चिमी वन प्रमंडल एसीएक एके परमार ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि महुआ चुनने के दौरान लोग जंगल में आग नहीं लगायें ,इसके दुष्परिणामों से जंगली जानवर पेड़ पौधे पूर्ण रूप से प्रभावित हो रहे हैं। हमें जंगल और जंगल के जीव जंतु को संरक्षित करने की आवश्यकता है। अन्यथा हमारा अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। मौके पर कृष्णा सिंह, पृथ्वी राज गुप्ता, प्रदीप रॉय, जितेंद्र गुप्ता, अजगैबूल अंसारी, मनोवर अंसारी, परवेज आलम, अनुज राम, अशोक महतो, दौलत महतो, सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।