Bishnugarh News- प्रखंड के नवादा में स्थित एक सरकारी तालाब का मेढ़ काटने से निचले हिस्से में स्थित खेत में मिट्टी भर जाने से रैयतों में भारी आक्रोश है। इसे लेकर रैयतों ने डीसी, एसडीओ, सीओ समेत कई पदाधिकारियों को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
आवेदनकर्ता रैयत गुलाम जामी ने कहा है कि नवादा मौजा में नावाबांध तालाब सर्वे काल से सरकारी तालाब है। तालाब के निचले हिस्से में रैयती भूमि खाता नं. 48, प्लॉट नं. 1931 में वर्षों से खेतीबारी होती है। बीते दिनों गांव के कुछ लोगों द्वारा बगैर सूचना दिए सरकारी तालाब की मेढ़ को जेसीबी से काट दिया गया।
जिससे तालाब के पानी के साथ भारी मात्रा में मिट्टी तथा गाद खेत में जमा हो जाने से खेत बर्बाद हो गया। इस बाबत जब उनलोगों से पूछताछ की गई तो अभद्र व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। कहा है कि तीन माह पूर्व भी कुसुंभा मौजा की 1 एकड़ 76 डी. जमीन को माइनिंग को देने का जबरन दबाब बनाया गया था। मना करने पर उनलोगों ने करीब 50 हाइवा मिट्टी मेरे खेत में डंप कर अतिक्रमण कर दिया है। जिससे खेतीबारी में परेशानी हो रही है। आरोप लगाया है कि ये लोग फर्जी कागजात के सहारे रैयती एवं गैर मजरूवा जमीन पर रैयतों को परेशान करने एवं जमीन हड़पने की कोशिश में जुटे हैं। रैयतों ने प्रशासन से इसकी जांच कर कार्रवाई का अनुरोध किया है।