- वन बचाने का दुधमटिया का हो रहा झारखंड में नाम: डीएफओ
टाटीझरिया का दुधमटिया वन महोत्सव झारखंड का विख्यात मेला है। प्रत्येक वर्ष 7 अक्टूबर को वन पर्यावरण मेला विशाल मेला और रक्षाबंधन के लिए जाना जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सुबह दुधमटिया वन देवी की पूजा के साथ प्रारंभ किया गया जहां पर मुख्य रूप संस्थापक महादेव महतो,डीएफ ओ विकास कुमार उज्जवल, रेंजर सुरेश राम, प्रमुख संतोष मंडल, सुरेंद्र प्रसाद सिंह,मूलचंद ठाकुर ,परमेश्वर यादव,मुकेश साव, कैलाश पति सिंह ,मिथलेश पाठक, सुरेश यादव मुख्य रूप से उपस्थित था।
पुजा अर्चना के बाद सभी ने पेडों में रक्षा सुत्र बांध कर बचाने का संकल्प लिया। वही अतिथियों द्वारा मुख्य मंच का उद्घाटन फीता काटकर किया गया और तीन बजे तक विभिन्न विद्यालय के बच्चों के द्वारा वन बचाने को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम किया। दुधमटिया वन को बचाने के लिए वन प्राणी सुरक्षा समिति द्वारा 7 अक्टुबर 1995 ईस्वी को प्रारंभ किया गया जहां इस वर्ष 30वां वर्षगाठ मनाया गया। वन में पेडों को लाल डोर बांध पर्यावरण संरक्षण का मॉडल वन विभाग समेत विभिन्न समितियों ने दूधमटिया वन को हमारे बुजुर्गों ने संरक्षित कर रखा है।
लाखों पेड के घना जंगल से टाटीझरिया प्रखंड की पहचान है इस वन में शीशम,सागवान, सखूवा,जैसे और पेड कायम है। वहीं शामिल पदाधिकारी ने कहा कि यह दुधमटिया का नाम पुरे झारखंड में है। यहीं वन बचाने के मुहिम को देखकर पुरे झारखंड में चल रहा है जो यहां के लोगों के लिए सराहनीय है। वन में पेड को रहने से लोगों को शुद्ध हवा मिलती है। आरसीसीएफ ने कहा कि वन बचाने से लोग सुरक्षित रहते है तथा इस वन का नाम पुरा झारखंड में हो रहा है। लोगों के सहयोग के बिना जंगल नही बचाया जा सकता है। वृक्ष बचाने का संकल्प लें। वहीं मंच का अध्यक्षता जगदीश चंद्र यादव एवं संचालन सुरेंद्र प्रसाद सिंह एवं मनीष चौधरी ने किया। वही मंच में आजसु विधानसभा प्रभारी तिवारी महतो एवं चंद्रनाथ पटेल ने संबोधित किया। वहीं वन विभाग के द्वारा वन प्राणी सुरक्षा समिति के सदस्यों को शोल ओढाकर एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया । वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी विद्यालय को सम्मानित किया गया ।
कई विद्यालय के बच्चे हुए शामिल — मेला में वन बचाने को लेकर विभिन्न विद्यालय के बच्चों के द्वारा झांकी,प्रदर्शनी एवं मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया जिसमें एडिसन पब्लिक स्कूल टाटीझरिया, डीएवी संफोर्ट पब्लिक स्कूल टाटीझरिया, नेशनल पब्लिक स्कूल टाटीझरिया, विवेकानंद विद्या मंदिर धरमपुर,इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल अमनारी, क्रियेटीव पब्लिक स्कूल टाटीझरिया, मध्य विद्यालय झरपो, उच्च विद्यालय झरपो, ट्विकंल स्टार झरपो,मध्य विद्यालय भराजो,झारखंड पब्लिक स्कूल होलंग,ग्लोबल पब्लिक स्कूल बेडम,विवेकानंद कोलेज टाटीझरिया, गीता मेमोरियल स्कूल,लिटिल चैम्प स्कूल भराजो,सनराईज पेटो समेत अन्य है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान रहा — प्रमुख संतोष मंडल,रविंद्र यादव,प्रमेश्वर यादव,रवि राणा,दिनेश खंडेवाल,कैलाशपति सिंह,राजु यादव,तिलकराज सिंह,शम्भु सिंह,योधी यादव,मुकेश साव, खेमलाल महतो,कौलेश्वर यादव,चोलो प्रजापति,संदीप चौधरी,भरत सिंह,मनोज यादव,रामेश्वर यादव,सुरेंद्र यादव वहीं विभाग की ओर से अनिल अग्रवाल, संजीत रविदास समेत अन्य है।