टाटीझरिया- नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत रविवार को नव साक्षरों की परीक्षा ली गई। परीक्षा के लिए प्रखंड क्षेत्र में कुल 9 केंद्र बनाए गए थे। मध्य विद्यालय मंगरपट्टा और बेड़म के परीक्षा केंद्र का निरीक्षण दिल्ली की टीम द्वारा की गई।उनके साथ बी ई ई ओ राकेश कुमार सिंह भी चल रहे थे।
पहली बार साक्षरता कार्यक्रम में सरकारी सेवकों को ही लगाया गया है। इसके पूर्व के सभी कार्यक्रम प्रखंड में प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक के माध्यम से करवाया गया था। पिछले सत्र में प्रखंड समन्वयक ने स्वयं सेवकों के माध्यम से नव साक्षरों का सर्वे और उनका रजिस्ट्रेशन करवाया गया। जिसमें इनके मानदेय का भी पूरा पैसा इन्हें नहीं दिया गया। परिणाम स्वरूप इस बार पूरे जिले में समन्वयकों ने कार्य करना छोड़ दिया,या यों कह लें कि इन्हे पूछा ही नहीं गया। जिला शिक्षा अधीक्षक,प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और उनके अधीन कार्यरत कर्मियों की मदद से रविवार को परीक्षा ली गई।
क्या कहते हैं प्रखंड समन्वयक –प्रखंड समन्वयक राहुल कुमार मिश्र ने बताया कि उन्होंने पिछले सत्र में स्वयं कार्य किया,स्वयं सेवकों द्वारा कार्य करवाया।उन्हें आधा -अधूरा ही भुगतान किया गया है।जिससे स्वयं सेवकों में रोष है।कहा कि टाटीझरिया प्रखंड क्षेत्र में 13250 रुपए स्वयं सेवकों का रुपया आना चाहिए था।जो कुल 5000 रुपए ही भुगतान किया गया है।शेष रुपए कहां गया,पता नहीं। दूसरी ओर प्रखंड के लिए भी आनेवाली इस मद की राशि उन्हें नहीं मिली। जिला से ही इस बार परीक्षा संचालित की जा रही है।किनका रजिस्ट्रेशन हुआ ,नहीं हुआ ,उन्हें कुछ भी ज्ञात नहीं है।
बी ई ई ओ राकेश कुमार सिंह — पूछने पर इन्होंने बताया कि टाटीझरिया प्रखंड क्षेत्र में 9 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।परीक्षा अभी चल रही है।कितने परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया के जवाब में इन्होंने बताया कि शाम तक हीं पता चल पाएगा।