- वन विभाग के मिली भगत से संचालित हो रहा है दस वर्षों से बंगला इट भत्ता
- ग्रामीणों ने वन विभाग पर उठाया सवाल,क्यों नहीं हो रही है इट भट्टेदार पर कार्रवाई
Kanhachatti News- राजपुर वन क्षेत्र में वन विभाग की है गज्जब कहानी,वन भूमि को अतिक्रमण में विभाग ही करा रहा है मनमानी।वन विभाग के जमीन से या जंगल से कोई एक छोटी सी लकड़ी काट ले तो फिर उस ब्यक्ति पर मानो कयामत ही आ जाती है।लेकिन यदि कोई सम्पन्न ब्यक्ति विभाग के कर्मिंयो को पैरवी और पैसा दे दे तो वह विभाग की जमीन पर महल भी बना सकता है।ऐसा ही मामला राजपुर वन क्षेत्र से प्रकाश में आया है जहां पर आरुगड़ा के ब्रह्मपुर (इस्लामपुर)टोला में लगभग दस वर्षों से वन विभाग की जमीन पर बंगला ईंट भट्ठा संचालित हो रहा है।जिस जगह पर ईंट बनाया जा रहा है वह जमीन वन विभाग की है और वह राजपुर रेंज के अंर्तगत आता है।
लेकिन विभाग की कान में कभी जूं भी नहीं रेंगता है।आखिर जूं भी ज्यों रेंगेगा,आखिर उस भट्टा से वन विभाग के पदाधिकारी और कर्मियो को जो मोटी कमाई होती है।बताते चलें कि ब्रह्मपुर टोला में तीन चार बंगला भट्टा ईंट बनाया जा रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि एक कोई गरीब आदमी यदि थोड़ा सा वन विभाग में कुछ कार्य करा दे तो उस पर तुरंत वन अधिनियम के धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है तो आखिर इन लोगो पर जो निडर होकर वन विभाग के जमीन पर अतिक्रमण कर कर ब्यवसाय चला रहे हैं उन पर क्यों नहीं वन अधिनियम के तहत मुकदमा किया जाता है।इससे स्पष्ट है कि वन विभाग के मिली भगत से भट्टा संचालित हो रहा है।ब्रह्मपुर ही नहीं राजपुर रेंज में पोस्ता की खेती भी अधिकांश वन विभाग की जमीन पर ही कि जाती रही है।तो विभाग वैसे लोगो पर कार्रवाई क्यों नहीं करती है।ग्रामीणों ने वन विभाग पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की की मांग की है।